प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी, राजनीतिक नेता एवं विचारक ।
इन्हें आधुनिक भारत का चाणक्य कहा जाता था ।, स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय योगदान, विशेष कार्य-क्षेत्र दक्षिण था। उपनाम राजाजी
भारत रहा।
1937-39 ई. में मद्रास के मुख्यमंत्री, 1947 ई. में केन्द्रीय सरकार में मंत्री फिर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल बने ।
1948-50 तक स्वतंत्र भारत के प्रथम एवं अंतिम भारतीय गवर्नर
जनरल रहे।
नए दल स्वतंत्र पार्टी की स्थापना की तथा दक्षिण में हिन्दी लागू
करने का विरोध किया।
1954 ई. में भारत रत्न से सम्मानित ।
प्रमुख पुस्तकें रिलीजन एंड कल्चर, रिकाउंसिलिएशन नेशन्स
वायास ।