
तैयारी को दे अंतिम रूप
किसी भी exam की तैयारी पूरे वर्ष की जाती है। किंतु जैसे कि किसी भी कार्य को अंतिम रूप देने में आखिरी कदम की अहम भूमिका होती है उसी प्रकार exam की तैयारी को अंतिम रूप देने में परीक्षा के पहले का अंतिम महीने की महत्वपूर्ण भूमिका होती हैं। जैसा कि हम सभी जानते है कि यदि हम किसी काम को बहुत लंबे समय से बहुत ही व्यवस्थित तरीके से कर रहे हैं किंतु जैसे ही उस कार्य को अंतिम चरण तक पहुंचआने का समय आए और हम अव्यवस्थित हों जाए तो बनता बनता काम भी बिगड़ जाएगा और हमारी सारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा। इसलिए ही हम आपको बताना चाहते हैं कि अंतिम महीना आपके एग्जाम से पहले का बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका आपकी सफलता में निभाता है। बहुत से छात्र पूरे वर्ष अच्छे से तैयारी करते हैं किंतु अंतिम महीने में उनका मन पढ़ने मे नही लगता है बस आपको इसी से बचना है।आप सभी को अपनी तैयारी को और मजबूत करते रहना है ताकि exam यदि कुछ कठिन भी आ जाए तो भी आप उस मे सफल हो सकें।

अंतिम महीने का अलग हो TIME TABLE
जैसा कि आप जानते है कि जब भी हम किसी exam की तैयारी कर रहे होते है तो जब exam की डेट दूर होती हैं तो हमारे तैयारी करने का तरीका कुछ अलग होता है और जब एग्जाम पास आने लगता हैं तो हमारा तरीका अलग होता है।ऐसे में आप एक डायरी या कॉपी पर अपने अंतिम माह का time table बनाए।आप को दो तरीकों से अपना time table बनाना है पहला टाइम टेबल तो आपका इस तरह से हो कि आपको इस महीने क्या क्या पढ़ना है अपना पूरा syllbus अपने पास रख कर के आपको अपना टाइम टेबल तैयार करना है।दूसरा आपको एक रजिस्टर पर पूरे महीने की तारीख लिख लेनी है और उसके सामने लिखना है कि आपको किस दिन किया पढ़ना है एक तरह से प्रत्येक दिन का time table, ऐसा करने से आपकी पढ़ाई व्यवस्थित रहेगी।आपको आखिरी महीने मे बहुत ही samrt study पर focus करना है।टाइम टेबल के साथ आपको अपनी study table पर केवल वही books रखनी है जो आप को आखिरी महीने मे पढ़नी है।मतलब की बहुत सारी किताबों मे से आपको ऐसी किताबो का चयन करना है जो सीधे ही आपकी परीक्षा से जुड़ी हो।
अवसाद और tension से रहें दूर।
जैसे जैसे एग्जाम पास आने लगता हैं कुछ छात्रों पर अवसाद और चिंता हावी होने लगती है आप ध्यान रखे कि आप ने यदि पूरे वर्ष अच्छे से मन लगाकर पढ़ाई की है तो आप की परीक्षा अच्छी जाएगी क्यों कि आपको आपकी मेहनत का फल अवश्य मिलेगा।किंतु कुछ छात्र छात्राएं तो एग्जाम को लेकर इतने ज्यादा टेंशन करने लगते हैं कि उनका पढ़ाई में मन नहीं लग पाता बल्कि उनकी हर समय एग्जाम की ही टेंशन होने लगती हैं ऐसे छात्र छात्राएं घबराहट और अवसाद ग्रस्त हो जाते है तथा उनकी भूख प्यास भी खत्म हो जाती है कभी कभी ऐसे छात्रो को नींद आना भी बंद हो जाती हैं ये बस एग्जाम एग्जाम एग्जाम की रट लगा लेते है।हम आपको बताना चाहते हैं कि आपको इन सब बातों से बहुत दूर रहना है क्यों कि ऐसा करने से आपका एग्जाम अच्छा होने की बजाय और खराब हो जाएगा ।आपकी पूरे वर्ष की मेहनत पर पानी फिर जाएगा।इसलिए आप को अपने मन पर विजय प्राप्त करनी है।और आप सब ने बचपन मे पढ़ा भी होगा कि मन के हरे हार है और मन के जीते जीत।

नए की जगह पुराने को दोहराएं
जब एग्जाम को केवल एक महीना ही बचा हो तो आप नई नई बुक्स पढ़ने के स्थान पर जो आप पढ़ चुके हैं उसको खूब दोहराएं।आप ने अनेक सफल छात्र छात्राओं का interview news paper और मैगजीन में पढ़ा होगा उसमें सभी सफल छात्र बार बार दोहराने पर बहुत अधिक जोर देते है ।उसका कारण है जब आप कोई भी objective type exam देते है और आप बहुत अच्छे से revision कर के नहीं जाते है तो वहां पर multiple choice questions में आप confuse हो सकते है आपको लगेगा कि इसका answer ऑप्शन A होना चाहिए फिर थोड़ी देर बाद आपको लगेगा नहीं ऑप्शन B , ऐसा तभी होता है जब हम बार बार REVISE नहीं करते है इसलिए बार बार दोहराना बहुत जरूरी है।आप भी EXAM के अंतिम महीने में कुछ नया पढ़ने के स्थान पर REVISION पर अधिक बल दे।