असफलता से सफलता की ओर
मेरे दोस्तों जैसा की आप सब जानते हैं कि इस ब्लॉग की शुरुआत केवल विद्यार्थियों को उचित मार्गदर्शन के लिए की गई है।आज इंटरनेट का युग है आपको अनेक टॉपिक पर अनेका अनेक जानकारी मिल जाएगी परंतु ऐसी वेबसाइट काम ही मिलेंगी जो आपको एग्जाम में सफल होने तक आपके साथ निस्वार्थ खड़ी रहेगी।इस वेबसाइट का मुख्य उद्देश्य ही ये है की आपको असफलता से सफलता की ओर ले जा सके हम जानते है की बहुत से छात्र तो ऐसे होते हैं जिनको बहुत जल्दी सफलता प्राप्त हो जाती हैं,जबकि बहुत से छात्र ऐसे होते हैं जो बार बार हर एक्जाम में असफल होते जाते हैं,जबकि उनकी मेहनत मे कोई कमी नहीं होती है,बस कभी कभी ऐसे छात्र सही गाइडेंस नही पा पाते और अत्याधिक मेहनत करने के बाद भी सफलता उनसे दूर भागती है।आज हम कुछ ऐसे ही बातों का जिक्र करेंगे की वो कौन से कारण है जिसकी वजह से छात्र बार बार असफल होते जाते है। दोस्तों जब भी कोई student preparation start करता है तो वह बड़े बड़े सपने देखता है किंतु जब वह exam में बैठता है तो उसको असफलता का स्वाद चखना पड़ता हैं और कभी कभी तो किसी किसी स्टूडेंट के सामने ऐसी परिस्थिति उत्पन हो जाती है कि अच्छी खासी नॉलेज के बाद भी सफलता हाथ नहीं लग पाती हैं।ऐसी अवस्था में अनेक स्टूडेंट तो depression में चले जाते हैं।किंतु हमनें अपने ब्लॉग की शुरुआत ही इसलिए की है हम आपकी तैयारी की इस यात्रा में आपकी कुछ मदद कर सकें।अगर हमारा ब्लॉग आपकी इस यात्रा में आपकी कुछ भी मदद कर पाता है तब ही हम को हमारे ब्लॉग की सार्थकता का अहसास हो पाएगा।हम यहां स्टूडेंट्स को बताना चाहते है की प्रत्येक exam का अपना एक खास pattern होता है।प्रत्येक exam की अपनी रणनीति,अपना syllbus और अपना competition होता है।जब हम किसी विशेष exam की तैयारी कर रहे होते हैं और सभी एग्जाम देने लगते है तो हम कभी कभी छोटे एग्जाम मे भी असफल हो जाते है।ऐसे में students को हमेशा ध्यान रखना चाहिए की आप जिस exam की तैयारी कर रहे हैं तो उसके मिलते जुलते exam को ही देने की कोशिश करे।
अपनी कमजोरियो को नजर अंदाज करना।
जो छात्र अपनी कमजोरियो को नजर अंदाज करते रहते है वो छात्र बार बार असफल होते जाते हैं।एक छात्र को कभी भी अपनी कमजोरियो को नजर अंदाज नहीं करना चाहिए।जैसे कि मान लीजिए कि किसी छात्र का मैथ्स अच्छा नही है और वो छात्र ssc ki तैयारी कर रहा है और ये जानते हुए कि मेरा मैथ्स अच्छा नही है और उसके बाद भी वो छात्र मैथ्स को उचित समय नहीं दे रहा है तो वो छात्र अपनी कमजोरियो को नजर अंदाज कर रहा है।ऐसे में उसको तब तक सफलता प्राप्त नहीं होगी जब तक वो अपने को मैथ्स में निपुण नही कर लेगा। हम जितनी जल्दी अपनी कमजोरियो पर जीत हासिल कर लेंगे तभी हमको सफलता प्राप्त होगी
आलस को त्यागना होगा।
आलस इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन कहा जाता हैं।आलस के कारण ही अनेक बार सफलता हमारे हाथ से फिसल जाती हैं।एक छात्र को तो आलस से कोसों दूर रहना चाहिए क्योंकि जो छात्र जितना फुर्तीला होगा वो उतनी जल्दी सफलता प्राप्त कर पायेगा।